Onion Today Price : टमाटर के दाम घटे नहीं प्याज के दाम में फिर से रुलाई ढाई गुना बढ़ा प्याज की कीमत जानें क्या है वजह |
अभी बाजार में टमाटर के दाम बहुत बड़ी उछाल देखने को मिली है लेकिन एक और बुरी खबर सामने आ रही है टमाटर के साथ-साथ अब प्याज के दाम में भी उछाल देखी गई है बताया जा रहा है कि अगले महीने प्याज की कीमत में ढाई गुना बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है इतनी महंगाई होने का कारण क्या है प्याज ने रुलाया अपनी कीमत से सबको आइए जानते हैं कि कितने रुपए प्रति किलो पहुंचा प्याज का कीमत नीचे पूरी डिटेल्स है जानकारी दी गई है।
सितंबर में ढाई गुना बढ़ेगा प्याज का दाम
सितंबर के महीने में प्याज की कीमत में ढाई गुना से बढ़कर के 3 गुना प्रति किलो प्याज मिल सकती है बताया जा रहा है कि सितंबर महीना में 60 से ₹70 प्रति किलो तक प्याज की कीमत बढ़ सकती है इसकी सबसे बड़ी वजह है कि समय पर सप्लाई कम होने के कारण बाजार में महंगाई बढ़ना उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को देश में 1 किलो प्याज की कीमत ₹27 और प्याज का अधिकतम भाव ₹60 और न्यूनतम रेट ₹10 किलो था और अभी देश में सबसे महंगा सब्जी टमाटर ₹257 प्रति किलोग्राम है और सबसे सस्ता ₹40 पहले था देश में टमाटर का औसतन भाव ₹140 और मॉडल रेट ₹120 है।
क्या अक्टूबर में सब्जी के दाम में आएगी गिरावट
कृष्ण मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि अक्टूबर महीने से खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की सप्लाई मार्केट में बेहतर हो जाएगी जिससे प्याज की कीमत में कमी देखने को मिलेगी ऐसी सूचना मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है अगर अक्टूबर महीने में प्याज की सप्लाई में कमी नहीं होती है।
प्याज की कीमत में कमी देखने को जमीनी स्तर पर बातचीत से हमें यह जानकारी मिली है कि उसके अनुसार मार्केट में खुदरा प्याज की कीमत सितंबर के शुरुआती महीनों में अच्छी खासी वृद्धि होने की आशंका है और यह ₹60–70 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है हालांकि साल 2020 में जितनी महंगाई हुई थी उससे नीचे प्याज की कीमत इस बार रहेगी।

एक रिपोर्ट में यह कहा गया कि रवि प्याज के भंडारण और उपयोग की समय में एक दो महीने कम होने और इस वर्ष फरवरी मार्च के महीने में घबराहट के कारण दीपावली से खुले मार्केट में रवि स्टॉक में सितंबर महीने के बजाय अगस्त के अंत तक काफी गिरावट आने की संभावना है और इससे प्याज की खपत भी बढ़ेगी और रिपोर्ट के अनुसार यह कहा गया है कि अक्टूबर महीने से खरीद की आवक शुरू होने पर प्याज की बेहतर सप्लाई होगी जिससे इसकी कीमत में कमी देखने को मिलेगी।
इस वर्ष रकबा 8 फ़ीसदी घटेगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि त्योहारी महीनों में यानी कि अक्टूबर दिसंबर में प्याज की कीमत में उतार-चढ़ाव दूर होने की संभावना है और इस वर्ष जनवरी और मई महीने के दौरान प्याज के कीमत में गिरावट देखी गई थी हालांकि इससे प्याज के किसान खरीफ मौसम में बुवाई के लिए हतोत्साहित हुए इसको देखते हुए हमारा मानना है कि इस वर्ष रखवा 8 फ़ीसदी घटेगा और प्याज का खरीफ उत्पादन चलाना आधार पर 5 फ़ीसदी कम होगी प्याज की वार्षिक उत्पादन 2.9 करोड़ टन होने की उम्मीद है।
यह पिछले 5 साल 2018 से लेकर के 2022 के औसत उत्पादन से साथ फ़ीसदी अधिक प्याज की उपजाऊ बताई गई है इसलिए कम खरीफ और रबी उत्पादन के बावजूद भी इस वर्ष प्याज की सप्लाई में कोई परेशानी नहीं होगी हालांकि इस वर्ष अगस्त और सितंबर में बारिश की प्याज फसल और उसके विकास पर निर्धारित करेगी।
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